गोधरा में जो हुआ वो हादसा था लेकिन जो उसके बाद जो हुआ वो एक साजिश थी। मेरा सवाल ये हैं कि जो भी गुलबर्ग में हुआ, ऐसा कैसे हो सकता है कि मोदी को उसकी खबर न हो। मेरे पति ने उन्हें उस वक्त कई कॉल किए। उस वक्त मैं उनके करीब ही खड़ी थी, पेश है गुजरात दंगों में मारे गए पूर्व सांसद अहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी से हुई चैट के कुछ अंश:*अमरदीप: मैडम जो हुआ गलत हुआ। चाहे वो गोधरा कांड हो या गुजरात दंगे। हमारी सहानुभूति आपके साथ है और आपको जरूर न्याय मिलेगा और उन लोगों को भी मिलना चाहिए जो ट्रेन में जिंदा जला दिए गए थे
*जकिया जाफरी: हां, मैं इस बात से सहमत हूं। मुझे गोधरा में जो लोग मारे गए उनका भी दुख है। जिस तरह मैं न्याय चाहती हूं उसी तरह उनके साथ न्याय होना चाहिए।
*पप्पू: मुझे लगता है कि नरेंद्र मोदी की पॉलिटिकल पॉवर ज्यादा है इसलिए उनका कुछ नहीं होगा और ये बहुत दुख की बात है?
*जकिया जाफरी: ऐसा तो नहीं होगा, देर है पर मुझे न्याय जरूर मिलेगा। मुझे इसका भरोसा है। जो कुछ गुजरात में हुआ उससे मोदी कैसे मुंह फेर सकते हैं। मोदी भी इसे भूले नहीं होंगे
*अरविंद जैन: आपको ये नहीं लगता कि दंगे गोधरा कांड के कारण हुए थे, उनमें सरकार को दोषी कैसे ठहराया जा सकता है? *जकिया जाफरी: ठीक है कि गोधरा में जो हुआ वो हादसा था लेकिन जो उसके बाद जो हुआ वो एक साजिश थी। मेरा सवाल ये हैं कि जो भी गुलबर्ग में हुआ, ऐसा कैसे हो सकता है कि मोदी जी को उसकी खबर न हो। मेरे पति ने उन्हें उस वक्त कई कॉल किए। उस वक्त मैं उनके करीब ही खड़ी थी। *अब्दुस सत्तार नदवी (सऊदी अरब): जकिया जी, क्या आपको पूरा यकीन है कि मोदी का सजा जरूर मिलेगी, संविधान अपनी जगह है लेकिन ये राजनीति आपको इंसाफ दिला पाएगी?
*जकिया जाफरी: जब मैंने सुना कि उन्हें एसआईटी ने उन्हें बुलाया है तब से मुझे न्याय की उम्मीद जगी है।
*अमीन हुसैन: मुझे नहीं लगता कि जकिया को न्याय मिल पाएगा, सबकुछ बीजेपी, संघ और वीएचपी के हाथों में है और कांग्रेस तमाशबीन होकर देख रही है, जकिया जी तो लाचार महिला की तरह हैं?
*जकिया जाफरी: मैं लाचार हूं कि अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है लेकिन मैं हिम्मत करके लड़ रही हूं।
*सुनील श्रोफ: मैडम जकिया जी, आप क्या मानती हैं कि क्या मोदी ने ही गुलबर्ग में नरसंहार कराया था, क्या अहमदाबाद में गोधरा दंगे से पहले दंगे नहीं हुए थे, उन सब में क्या मोदी का हाथ था, यदि हर सत्ताधारी दंगे के लिए जिम्मेदार है तो आपके मरहूम शौहर भी की सत्ता में थे, क्या उससे ये मान लें कि गोधरा से पहले जो दंगे हुए उसके लिए आपके मरहूम शौहर जिम्मेदार ?? *जकिया जाफरी: ये तो बंद का ऐलान था। मुझे समझ नहीं आया कि इसमें ऐसा क्यों हुआ। बंद के दौरान इतने सारे लोग आए और उन्होंने हमारी सोसायटी को ही क्यों घेरा। मेरे पति किसी साजिश में शामिल नहीं थे उन्हें सरकार पर यकीन था इसलिए वो दंगों के दौरान सहायता की उम्मीद कर रहे थे।
from: ibnkhabar.com