अक्तूबर 18, 2010

सरकार पर शिक्षा का निजीकरण व बाजारीकरण करने का आरोप

सिरसा, संवाद सहयोगी : ऑल इंडिया स्टूडेट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) एवं स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर राजकीय नेशनल कालेज में छात्रों ने गेट मीटिंग कर सरकार व प्रशासन विरोधी नारे लगाए तथा कालेज प्राचार्या डा. सुमन गुलाब को मांग पत्र सौंपा। छात्रों को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के प्रदेश संयोजक रोशन लाल सुचान ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा का निजीकरण व बाजारीकरण कर रही है तथा अढ़ाई लाख सरकारी पद रिक्त पड़े है जिन्हे भरा नहीं जा रहा है। अध्यापक पात्रता परीक्षा के नाम पर लाखों बेरोजगारों को बाहर का रास्ता दिखा रही है तथा 13 वर्षो से बंद पड़े छात्र संगठनों के चुनाव को बहाल नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त मांगों के खिलाफ जोरदार आंदोलन छेड़ा जाएगा।
इस मौके पर जिला संयोजक मनसुख ने कहा कि कालेज में बीएमसी, बीसीए आदि विभागों में प्राध्यापकों की कमी है, जिसके चलते विद्यार्थियों की ठीक ढंग से पढ़ाई नहीं हो पा रही है। इसके अलावा पीने के पानी, सफाई तथा पुस्तकालय में भी सुविधाओं का अभाव है। एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा कि कालेज में कमरों का अभाव है, जिस कारण क्लासें खुले में लग रही है। उन्होंने कहा कि अगर कालेज प्रशासन ने 30 अगस्त तक छात्रों की समस्याओं को हल नहीं किया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आगामी 30 अगस्त को पानीपत में राज्य स्तरीय कन्वेंशन में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। इस अवसर छात्र नेता सुभाष पन्नीवालिया, विनोद सुचान, मनप्रीत घुम्मन, दिनेश, नरेश, राम अवतार, ललित आदि उपस्थित थे।