दिसंबर 08, 2010

................और मंडेला की धरती पर मैं जाते - जाते रह गया !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

९ दिसम्बर को मुंबई से सीधे नेल्सन मंडेला की धरती पर फ्लाईट है , मैंने वहां जाना था , त्यारी भी थी , निजी व्यस्ताओं के चलते जाने से रह गया हूँ , अफ़सोस है , खटकता रहेगा ! दरअसल साम्राज्यवाद के विरोध मे शांति , एकजुटता और  सामाजिक परिवर्तन को लेकर वर्ल्ड फैडरेशन आफ डेमोक्रेटिक यूथ (WFDY) जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका ) में छाञों-युवाओं का १७ वां अनतर्राष्ट्रीय  युवा महोत्सव १३ -२१ दिसम्बर २०१० आयोजित कर रहा है / मंडेला की तिहसिक धरती पर जाने , छाञों-युवाओं के साथ अनतर्राष्ट्रीय बिरादराना  एकजुटता पर्दर्शित करने का बड़ा चाव था !! महोत्सव मे 150 देशों के ५० हजार युवा भाग लेने जा रहे हैं , वर्ल्ड फैडरेशन आफ डेमोक्रेटिक यूथ (WFDY) वह संगठन है , जिसकी स्थापना दूसरे विश्व युद्ध के दोरान साम्राज्यवाद-युद्ध के विरोध मे शांति के उदेशय से १९४५ मे हुई थी  / आल इंडिया स्टुडेंट्स फैडरेशन (AISF) को इसकी स्थापना मे महत्वपूरण भूमिका निभाने का गोरव हासिल है / अपनी स्थापना से ही वर्ल्ड फैडरेशन आफ डेमोक्रेटिक यूथ गरीबी , बरोजगारी , अन्याय , भुखमरी और साम्राज्यवाद के विरुद्ध दुनियाभर के वामपंथी -लोकतान्त्रिक युवा संगठनो को साथ लेकर नए विश्व के लिय एकजुटता और संघर्ष कायम कर रहा है / भारत से १७ वें युवा महोत्सव मे ५०० युवा प्रतिनिधि जोहान्सबर्ग जा रहे हैं , जिनमें से आधे AISF-AIYF से सम्बंधित हैं / भगत सिंह के जन्मदिवस पर न्योता देने WFDY के अध्यक्ष तीयागो-वीयरा भारत (जालंधर) में आय थे / खैर चलो , कोई बात नहीं !! ऐसे मोके फिर आते रहेंगे!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!............................